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Thursday, December 12, 2024

har mod par (हर मोड़ पर)

हर मोड़ पर


आँसू बहते रहे और दिल से आवाज़ आती रही,
जो था अपना, वो ही जुदा होता रहा।,
कभी सोचा नहीं था कि इस तरह टूटेंगे,
पर हर मोड़ पर हम खुद को तनहा पाते रहे।

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