Friday, March 8, 2024

मेरी जिंदगी

मेरी जिंदगी

खुशियों से नाराज़ है मेरी जिंदगी,
प्यार की मोहताज है मेरी जिंदगी,
हँस लेता हूं लोगों को दिखाने के लिए
वरना दर्द की किताब है मेरी जिंदगी।

किनारा ना हुआ

किनारा ना हुआ

हम वो कश्ती हैं जिसका
कोई किनारा ना हुआ,
हम सबके हुए मगर
कोई हमारा ना हुआ।

कोई निशां नही

कोई निशां नही

बहुत जुदा है औरों से
मेरे दर्द की कहानी
ज़ख्म का कोई निशां नही
और दर्द की कोई इंतहा नही।

आज भी बेपनाह है

आज भी बेपनाह है

ज़ख्म आज भी ताजा है
पर वो निशान चला गया,
मोहब्बत तो आज भी बेपनाह है
पर वो इंसान चला गया।

Wednesday, March 6, 2024

खुद भी टूट जाओ

खुद भी टूट जाओ


किसी के साथ इतनी उम्मीद मत रखना,
के उम्मीद के साथ खुद भी टूट जाओ…!

आज खुद दुखी हैं..

आज खुद दुखी हैं..

क्लास में लास्ट बेंच पर बैठ
कर सबको हंसाने वाले लड़का
आज आज खुद दुखी हैं..!

दर्द भी वही देते है

दर्द भी वही देते है

दर्द भी वही देते है जिन्हें

हक़ दिया जाता है , वरना ग़ैर तो

धक्का लगने पर भी माफ़ी माँग लेते हैं

वार दिल पर ही किया

वार दिल पर ही किया

ज़ख़्म ही देना था तो पूरा जिस्म
तेरे हवाले था मगर कमबख़्त तूने तो ,
हर वार दिल पर ही किया ..!!

Thursday, February 8, 2024

अपनी सफलता को पा लेना (Motivational Hindi kavita| )

अपनी सफलता को पा लेना


निरंतर घड़ी को

निहारने से कुछ

नहीं होने वाला "हैं

अगर कुछ करना ही

है तो वह कीजिए

जो वह घड़ी कर

असफलता एक चुनौती है

असफलता एक चुनौती है

(Motivational Poem, प्रेरणादायक कविता)


असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो,
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम
संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम,
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।।

नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है

नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है


नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है,
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।

कोशिश कर, हल निकलेगा आनंद परम | Anand Param (Hindi Motivational Poem)

कोशिश कर, हल निकलेगा


कोशिश कर, हल निकलेगा
आज नहीं तो, कल निकलेगा.
अर्जुन के तीर सा सध
मरूस्थल से भी जल निकलेगा.
मेहनत कर, पौधों को पानी दे
बंजर जमीन से भी फल निकलेगा.

Tuesday, January 9, 2024

अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ हरिवंश राय बच्चन

अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ (Motivational  poem by Harivansh Rai Bachchan)

वृक्ष हों भले खड़े,
हों घने हों बड़े,
एक पत्र छाँह भी,
माँग मत, माँग मत, माँग मत,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।

तू न थकेगा कभी,
तू न रुकेगा कभी,
तू न मुड़ेगा कभी,
कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ,
अग्निपथ अग्निपथ अग्निपथ।

क्यों डरता है नरेंद्र वर्मा (Motivational poem by Narendra Verma)

क्यों डरता है


कोने में बैठ कर क्यों रोता है,
यू चुप चुप सा क्यों रहता है।

आगे बढ़ने से क्यों डरता है,
सपनों को बुनने से क्यों डरता है।

तकदीर को क्यों रोता है,
मेहनत से क्यों डरता है।

झूठे लोगो से क्यों डरता है,
कुछ खोने के डर से क्यों बैठा है।

Saturday, January 6, 2024

मौत से ठन गई poem by अटल बिहारी वाजपेयी (Poem in conflict with death by Atal Bihari Vajpayee)

 मौत से ठन गई! 


ठन गई! 

मौत से ठन गई! 


जूझने का मेरा इरादा न था, 

मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था 

रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई, 

यों लगा ज़िंदगी से बड़ी हो गई 

मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं, 

ज़िंदगी-सिलसिला, आज-कल की नहीं 

मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूँ, 

लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूँ? 

तू खुद की खोज में निकल (Too khud kee khoj mein nikal Motivational Poetry byTanveer Ghazi)

तू ख़ुद की खोज में निकल


तू ख़ुद की खोज में निकल
तू किसलिए हताश है
तू चल तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है
जो तुझसे लिपटी बेड़ियाँ
समझ न इनको वस्त्र तू
ये बेड़ियाँ पिघाल के
बना ले इनको शस्त्र तू
तू ख़ुद की खोज में निकल
तू किसलिए हताश है
तू चल तेरे वजूद की
समय को भी तलाश है
चरित्र जन पवित्र है
तोह क्यों है ये दशा तेरी
ये पापियों को हक़ नहीं
की लें परीक्षा तेरी
तू ख़ुद की खोज में निकल

रुके न तू थके न तू – हरिवंश राय बच्चन (Ruke Na Tu Thake Na Tu- Harivansh Rai Bachchan)

रुके न तू

धरा हिला, गगन गुँजा
नदी बहा, पवन चला
विजय तेरी, विजय तेरीे
ज्योति सी जल, जला
भुजा–भुजा, फड़क–फड़क
रक्त में धड़क–धड़क

धनुष उठा, प्रहार कर
तू सबसे पहला वार कर
अग्नि सी धधक–धधक
हिरन सी सजग सजग
सिंह सी दहाड़ कर
शंख सी पुकार कर

रुके न तू, थके न तू
झुके न तू, थमे न तू
सदा चले, थके न तू
रुके न तू, झुके न तू

गिरना भी अच्छा है - Girna Bhi Achha Hai Motivational Poem : अमिताभ बच्चन - Amitabh Bachchan

गिरना भी अच्छा है

“गिरना भी अच्छा है,
औकात का पता चलता है…
बढ़ते हैं जब हाथ उठाने को…
अपनों का पता चलता है!

जिन्हे गुस्सा आता है,
वो लोग सच्चे होते हैं,
मैंने झूठों को अक्सर
मुस्कुराते हुए देखा है…

सीख रहा हूँ मैं भी,
मनुष्यों को पढ़ने का हुनर,
सुना है चेहरे पे…
किताबो से ज्यादा लिखा होता है…!”


Friday, January 5, 2024

कोशिश कर हल निकलेगा (Poetry by Anand Param)

कोशिश कर हल निकलेगा


कोशिश कर हल निकलेगा
आज नहीं तो कल निकलेगा

अर्जुन के तीर सा साध,
मरुस्थल से भी जल निकलेगा

मेहनत कर, पौधे को पानी दे,
बंजर ज़मीन से भी फल निकलेगा

Thursday, December 28, 2023

Us Jaisa Mil Jaye (उस जैसा मिल जाये)

Us Jaisa Mil Jaye

Zaruri Nahi Ki Pyaar Ki Manzil Mil Jaye,
Jise Hum Chaahte Hai Wo Humein Mil Jaye,
Na Mile Wo To Na Kaho Usko Bewafa,
Duaa Karo Use Bhi Koi Us Jaisa Mil Jaye.

मोहब्बत का इज़हार किया (Mohabbat Ka izhaar Kiya)

Humne To Apni Mohabbat Ka izhaar Kiya,
Magar Usne Fir Bhi Na Humara Aitbaar Kiya,
Main To Jahan Se Lada Ek Uski Khaatir,
Uss Bewafa Ne Sikwa Fir Bhi Hazaar Kiya.

रोये तो रोते चले गए (Roye To Rote Chale Gaye)

रोये तो रोते चले गए

एक बार रोये तो रोते चले गए,
दामन अश्कों से भिगोते चले गए,
जब जाम मिला बेवफाई का तो,
खुद को पैमाने में डुबोते चले गए।

इश्क़ का इज़हार( izahaar karate karate)

इश्क़ का इज़हार

नज़रें मेरी कहीं थक न जायें,
बेवफा तेरा इंतज़ार करते करते,
यह जान यूँ ही निकल न जाए,
तुम से इश्क़ का इज़हार करते करते।

Pyaar Hi Nahi Hota(प्यार ही नहीं होता)

Pyaar Hi Nahi Hota

Aap Bhi Ho Gaye Hum Se Bewafa,
Humko Yeh Aitbar Hi Nahi Hota,
Hum To Koste Hain Apne Aap Ko Hi,
Kaash Aapse Pyaar Hi Nahi Hota.

Wednesday, December 27, 2023

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है !(Poetry by Kumar Vishwas | कुमार विश्वास की कविता )

कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है !


कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है !
मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है !!

मैं तुझसे दूर कैसा हूँ, तू मुझसे दूर कैसी है !
ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है !!

मोहब्बत एक अहसासों की पावन सी कहानी है !
कभी कबिरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है !!

गिर जाना मेरा अंत नहीं(Poetry By Shubham Shyam | शुभम श्याम की कविताएं )

गिर जाना मेरा अंत नहीं


परमे परवाज़ की शक्ति है , मन में आगाज़ की शक्ति है ,
वो चोच में तिनका डालें , डाली पर दो आँखे तकती है ,
वो परख रही है , तूफ़ा के बाज़ू में कितनी ताक़त है ,
वो देख रही है आसमान में नाम मात्र की राहत है ,
पर लगी साँस जब फूलने तो तूफ़ा ने मौका लपक लिया ,
आसमा की उमीदो को ला धरती पर पटक दिया ,
पर झाड़ रही है धूल परो से , रगो में गज़ब रवानी है ,
चोट खाने के बावजूद उड़ने की ललख पुरानी है ,
ग़लत करूंगा साबित सबको , यहां कोई अरिहंत नहीं ,
गिर जाना मेरा अंत नहीं ,गिर जाना मेरा अंत नहीं |

आज नहीं तो कल होगा(★Poetry By Shubham Shyam | शुभम श्याम की कविताएं ★)

आज नहीं तो कल होगा


हर एक संकट का हल होगा, वोह आज नहीं तो कल होगा
माना है अँधेर बहुत, और चारो और नाकामी है
माना थक कर टूट रहे, और सफर अभी दूरगामी है
जीवन की आपा-धापी मे, जीवन का ठिकाना छूट गया
माना थक के सपनो का, नींदो मे आना छूट गया

माना की हिम्मत टूट गयी, आँखों मे निराशा छायी है
माना के चाँद पर ग्रहण है, और रात अभी गहरई है
श्री कृष्ण ने साफ़ कहा है की, सिर्फ कर्म तुम्हारा कल होगा
और कर्म अगर सच्चाई है, तो कर्म कहाँ निष्फल होगा
हर एक संकट का हल होगा, वो आज नहीं तो कल होगा।

Thursday, October 19, 2023

कुछ सपनों के मर जाने से, जीवन नहीं मरा करता है(गोपालदास नीरज की कविता)

कुछ सपनों के मर जाने से, जीवन नहीं मरा करता है

छिप-छिप अश्रु बहाने वालों, मोती व्यर्थ बहाने वालों
कुछ सपनों के मर जाने से, जीवन नहीं मरा करता है।

सपना क्या है, नयन सेज पर
सोया हुआ आँख का पानी
और टूटना है उसका ज्यों
जागे कच्ची नींद जवानी
गीली उमर बनाने वालों, डूबे बिना नहाने वालों
कुछ पानी के बह जाने से, सावन नहीं मरा करता है।

माला बिखर गयी तो क्या है
खुद ही हल हो गयी समस्या
आँसू गर नीलाम हुए तो
समझो पूरी हुई तपस्या
रूठे दिवस मनाने वालों, फटी कमीज़ सिलाने वालों
कुछ दीपों के बुझ जाने से, आँगन नहीं मरा करता है।

लोहे के पेड़ हरे होंगे ( रामधारी सिंह "दिनकर")

लोहे के पेड़ हरे होंगे

लोहे के पेड़ हरे होंगे,
तू गान प्रेम का गाता चल,
नम होगी यह मिट्टी ज़रूर,
आँसू के कण बरसाता चल।

सिसकियों और चीत्कारों से,
जितना भी हो आकाश भरा,
कंकालों क हो ढेर,
खप्परों से चाहे हो पटी धरा ।

आशा के स्वर का भार,
पवन को लेकिन, लेना ही होगा,
जीवित सपनों के लिए मार्ग
मुर्दों को देना ही होगा।

Thursday, September 21, 2023

गणित की दुनिया, है अद्भुत सी || Maths world's ||#viral #shorts #trending...

जीना मुश्किल है

जीना मुश्किल है


तेरी यादों में खोया हूँ,

तुझे भूलना चाहता हूँ,

पर दिल मेरा कहता है,

तेरे बिना जीना मुश्किल है।

लोग हिम्मत नहीं हारते

लोग हिम्मत नहीं हारते


मुश्किलें तो हर किसी की जिंदगी में आती हैं,

लेकिन जो लोग हिम्मत नहीं हारते,

वे ही सफलता के शिखर पर पहुंचते हैं।

कुछ पाने के लिए

कुछ पाने के लिए


जिंदगी में कुछ पाने के लिए,
कुछ खोना भी पड़ता है।

दिल में होती है

दिल में होती है

दुनिया की खुशी से दूर ही रहना,
क्योंकि खुशी तो सिर्फ दिल में होती है।

Wednesday, September 20, 2023

ज़िंदगी में खुश रहना है

ज़िंदगी में खुश रहना है

ज़िंदगी में खुश रहना है,
तो खुद को खुश रखो,
दूसरों की खुशी के लिए,
अपनी खुशी मत छोड़ो।

दिल मेरा कहता है

दिल मेरा कहता है

तेरी यादों में खोया हूँ,
तुझे भूलना चाहता हूँ,
पर दिल मेरा कहता है,
तेरे बिना जीना मुश्किल है।

कोई सुनता ना था

कोई सुनता ना था

बहुत गहरा था घाव
पर दिखता ना था,

दुखता था दिल भी बहुत
कोई समझता ना था,

सब कहते तो है बाद में
कि 'मुझ से कह सकता था ...!'

पर जब जब कहना चाहा
कोई सुनता ना था ...

Saturday, September 16, 2023

ज़िंदगी को अपनी शर्तों पर जीने लगें

 ज़िंदगी को अपनी शर्तों पर जीने लगें


ज़िंदगी की ज़रूरतों को
पूरा करने के लिए
हमने ज़रूरतों को
आदत बना ली है

ज़रूरतें बढ़ती गईं
और आदतें बढ़ती गईं
ज़िंदगी छोटी होती गई
और हम बड़े होते गए

ज़रूरतों ने हमें
अपने घेरे में ले लिया
और आदतों ने हमें
ज़ंजीरों में जकड़ लिया

ज़िंदगी एक हसीन पल है

ज़िंदगी एक हसीन पल है

ज़िंदगी एक हसीन पल है,
इसे जी भर के जी लो।
दुख आएँ तो हँस कर झेल लो,
खुशी आएँ तो गले से लगा लो।

तुझसे ही इकरार नहीं होता

तुझसे ही इकरार नहीं होता


इश्क़ में ज़रा भी इंतज़ार नहीं होता
दिल करता है कि तुझसे ही इकरार नहीं होता

काश! तू मेरी हो जाए
हर पल तेरा ख्याल नहीं होता

चाँद का नूर है

चाँद का नूर है

तेरे चेहरे पे मुस्कान
जैसे चाँद का नूर है
तेरी ज़ुल्फें जैसे बादल
मेरे दिल पे बरस जाएँ

तेरे इश्क़ में दीवाना

तेरे इश्क़ में दीवाना


तेरे इश्क़ में दीवाना
दिल बेचैन हुआ है
तेरे दीदार के लिए
इंतज़ार हुआ है

Friday, September 15, 2023

उच्चाइयों की ओर

 उच्चाइयों की ओर


इश्क़ है जो हमारे दिलों का सबसे ख़ास रिश्ता, 

ये है वो जज्बात, जो हमें ले जाता है उच्चाइयों की ओर।

इश्क़ की गहराइयों में

इश्क़ की गहराइयों में


इश्क़ की गहराइयों में, है छुपा ये जहां, 

हर दिल की धड़कन, इस इश्क़ का दीवाना। 

खुदा से ये दुआ करता हूँ, इश्क़ सदा सलामत रहे,

प्यार का रंग दुनिया को हमेशा रोशनी से भरे।

ये है वो जज्बात

ये है वो जज्बात


आँखों में बसी है वो मोहब्बत की कहानी, 

होंठों पर मुस्कान, दिल में है बसी जवानी। 

इश्क़ का नाम लेकर दिलों को बेहलाना, 

ये है वो जज्बात, जो हमें हमेशा बेहलाते है।

इश्क़ की राहों में

इश्क़ की राहों में


इश्क़ की राहों में, है दर्द बहुत बेहद, 

पर जो इश्क़ करता है, वो है बेहद बेदर्द। 

ये मोहब्बत का जज्बा, ये इश्क़ का सफर, 

हर दिल में बसा, हर दिल में प्यार की बहार।

Wednesday, September 13, 2023

अपना हाथ जला लेगी! ?

अपना हाथ जला लेगी! ?


वो बेवफा हमारा इम्तेहा क्या लेगी,

मिलेगी नज़रो से नज़रे तो अपनी नज़रे ज़ुका लेगी,

उसे मेरी कबर पर दीया मत जलाने देना,

वो नादान है यारो.. अपना हाथ जला लेगी! ?

न शकल बदली मेरी

न शकल बदली मेरी


कश्ती है पुरानी मगर दरिया बदल गया, 

 मेरी तलाश का भी तो जरिया बदल गया, 

 न शकल बदली मेरी न ही बदला मेरा किरदार, 

 बस लोगों के देखने का नजरिया बदल गया! ?

Thursday, September 7, 2023

Thursday, August 24, 2023

तेरी औकात

तेरी औकात


लोग कहते हैं तेरी औकात क्या है 

हमनें पूछ लिया कि आपकी क्या है 

औकात यह सुन वो थोड़ा झल्लाया 

फिर बोला क्या तुम जानते नही हमें 

हमनें कहा बडे प्यार से आपको तो 

जिंदगी भी क्या रंग दिखाती है ज़नाब

जिंदगी भी क्या रंग दिखाती है ज़नाब


जिंदगी भी क्या रंग दिखाती है ज़नाब 
कभी हासती है तो कभी रूलती है। 
कभी उठाती है तो कभी गिराती है 
कभी अपनो से मिलाती है तो 
कभी अपनो से बिछडवाती है कभी 
परायो को अपना बना देती है तो 
कभी उनसे दूरिया बना देती है 

Saturday, July 29, 2023

याद आए हमें

 याद आए हमें

हमने कब तुम से मुलाकात का वादा चाहा

दूर रह कर तो तुम्हें और भी ज़्यादा चाहा

याद आए हमें और भी शिद्दत से तुम

भूल जाने का तुम्हें जब भी इरादा चाहा।

मेरी सांसों में वो

मेरी सांसों में वो

 मेरी मोहब्बत है वो कोई

मजबूरी तो नहीं, वो मुझे चाहे या

मिल जाये, जरूरी तो नही , ये कुछ

सामने हो मेरी आँखों के ज़रूरी तो नही !

कम है कि बसा है मेरी सांसों में वो,

Tuesday, April 18, 2023

ye aankhe muskuraane se pahale

ye aankhe muskuraane se pahale

सच जान लो अलग होने से पहले,
सुन लो मेरी भी अपनी सुनने से पहले,

Tuesday, January 10, 2023

उम्र भर भुलाया नहीं जात

उम्र भर भुलाया नहीं जात

नज़रें मिलते ही दिल लगाया नहीं जाता,
हर मिलने वाले को,अपना बनाया नहीं जाता,

तकदीर में मुस्कान लिख दे

तकदीर में मुस्कान लिख दे

तकदीर लिखने वाले एक एहसान लिख दे,
मेरे दोस्त की तकदीर में मुस्कान लिख दे,

इंसान खुद से रूठ जाये

इंसान खुद से रूठ जाये

न वो सपना देखो जो टूट जाये,
न वो हाथ थामो जो छूट जाये,

Monday, January 2, 2023

Tham lena mera hath

Tham lena mera hath

Tham lena mera hath,
kabhi piche jo chhut jau.
Mana lena mujhe jo tumse kabi ruth jau,
Mana mai nasamjh hu,
par wo tara hu jo aapki har arzu k liye tut jau.

palko se mila lijiye

 palko se mila lijiye

Duriyo ki na parvah kijiye,
Jab dil pukare bula lijiye,
Hum jyada dur nahi aap se,
Bus apni aankho ko palko se mila lijiye!

नींद से जाग जाना इश्क है

नींद से जाग जाना इश्क है

tanhai me muskuraana ishk hai,
baat ko sabase chhupaana ishk hai ,
yoo to neend nahin aati hai raato ko ,
yuhi neend se jaag jaana ishk hai ,

Aapko Karte Hai

Aapko Karte Hai

Yaad Hum Bhi Aapko Karte Hai,
Yaad Aap Bhi Hame Karte Hai,
Fark Itna Hai Hum Yaad Ane Par Sms Karte Hai
Aur Aap Sms Ane Par Yaad Karte Hai...

हिचकी तो रोज आती होगी

हिचकी तो रोज आती होगी


जिंदगी आपको कभी हसती होगी, 

कभी रुलाती होगी, 

याद करता है हर पल 

कोई आपको इस रफ़्तार भी ज़िंदगी में 

Sunday, January 1, 2023

ना कोई रास्ता पहचाना सा

ना कोई रास्ता पहचाना सा

खो गयी हूँ..इन रास्तो में कही
जहाँ से वापसी भी मुमकिन नही
ना कोई चेहरा अपना सा लगता है
ना कोई रास्ता पहचाना सा

Kash Hi Reh Jata...

Kash Hi Reh Jata...

Ek Lamha Jo Satata Hai,

Na Jane Ye DiL Kya Chahta Hai,


Kash Aap Hote Humare Nazaron Ke Samne,

Par Na Jane Kyu Ye Kash!

Kash Hi Reh Jata...

Saturday, December 31, 2022

किस किस ने दिल दुखाया

किस किस ने दिल दुखाया

ज़रा सा मुस्कुरा देना न्यू ईयर से पहले
हर एक ग़म को भुला देना न्यू ईयर से पहले
ना सोचो के किस किस ने दिल दुखाया
सब को माफ़ कर देना न्यू ईयर से पहले..!!!

नया साल मुबारक

Thursday, December 29, 2022

आप पर रहे मेहरबान ऊपर वाला

आप पर रहे मेहरबान ऊपर वाला

नया साल आये बनके उजाला

खुल जाए आपकी किस्मत का ताला

मैं एक किसान हूँ

मैं एक किसान हूँ

"पेट भरने की जिम्मेदारी मुझ पर है ,
"किसान" हूँ, बोझ भारी मुझ पर है ll

धूप, बारिश, कडाके की ठंड से,
मौसम की गोलाबारी मुझ पर है ll

जो भी सपने

जो भी सपने

आपकी आँखों में सजे हैं जो भी सपने

और दिल में छुपी हैं जो भी अभिलाषाएं


यह नया वर्ष उन्हें सच कर जाए

आपके लिए यही है हमारी शुभकामनाएं..!!!

aapaki aankhon mein saje hain jo bhi sapane
aur dil mein chhupi hain jo bhi abhilaashaen
yah naya varsh unhen sach kar jae
aapake liye yahi hai hamaari shubhakaamanaen..!!!

दिल में बसा लो

दिल में बसा लो

भूल जाओ बीते हुए कल को,

दिल में बसा लो आने वाले पल को,

खुशबू लाया है नववर्ष

खुशबू लाया है नववर्ष

आपकी राहों में फूलों को
बिखराकर लाया है नववर्ष

मिले आपको शुभ संदेश

मिले आपको शुभ संदेश


मिले आपको शुभ संदेश,

धरकर खुशियों का वेश।

नयी रात, नया साल है।

नयी रात, नया साल है।


"ज़िन्दगी की एक और नयी रात नया साल है, 

दिल में तेरा ही अरमान तेरे ही खयाल है 

नया साल का सफर दोस्तों के साथ शुरू होता है

नया साल का सफर दोस्तों के साथ शुरू होता है


"फूल खिल कर चमन में खुशबू फैलाता है, 

प्यार किसी के दिल में मोहब्बत बरसाता है, 

मोहब्बत तुमसे सुबह शाम

मोहब्बत तुमसे सुबह शाम


"नए साल की आने वाली हर शाम 

सिर्फ तेरे ही नाम होगी, 

चाहत की एक अलग मुकाम होगी, 



करेंगे मोहब्बत तुमसे सुबह शाम। 

इस तरह नए साल की शुरुआत होगी. 

"हैप्पी न्यू ईयर""

Wednesday, December 21, 2022

मैं ख़ुद ही छोड़ देता हूँ

मैं ख़ुद ही छोड़ देता हूँ


मैं हमदर्दी की ख़ैरातों के 

सिक्के मोड़ देता हूँ, 

जिस पर बोझ बन जाउँ, 

जीवन बीत चला - (अटल बिहारी बाजपेयी) / jeevan beet chala - (inspirational Poem by Atal Bihari Vajpayee)

जीवन बीत चला

जीवन बीत चला

कल कल करते आज
हाथ से निकले सारे
भूत भविष्य की चिंता में
वर्तमान की बाज़ी हारे
पहरा कोई काम न आया
रसघट रीत चला
जीवन बीत चला

सपनों में उड़ान भरो - (नरेंद्र वर्मा) / sapanon mein udaan bharo -(inspirational Poem by Narendra Verma)

“सपनों में उड़ान भरो”

कुछ काम करो,
न मन को निराश करो
पंख होंगे मजबूत,
तुम सपनों में साहस भरो,
गिरोगे लेकिन फिर से उड़ान भरो,
सपनों में उड़ान भरो।

तलाश करो मंजिल की,
ना व्यर्थ जीवनदान करो,
जग में रहकर कुछ नाम करो,
अभी शुरुआत करो,
सुयोग बीत न जाए कहीं,
सपनों में उड़ान भरो।

समझो खुद को,
लक्ष्य का ध्यान करो,
यूं ना बैठकर बीच राह में,
मंजिल का इंतजार करो,
संभालो खुद को यूं ना विश्राम करो,
सपनों में उड़ान भरो।

पहले ही चल दिए

पहले ही चल दिए

लिखना था कि
खुश हैं तेरे बगैर भी हम यहां,
मगर कमबख्त...
आंसू हैं कि कलम से

Monday, December 19, 2022

Aansoo mere the

Aansoo mere the

तलाश मेरी थी और भटक रहा था वो,
दिल मेरा था और धड़क रहा था वो।
जीवन मेरा था और जी रहा था वो

तुम चलो तो सही - (नरेंद्र वर्मा)/Tum chalo to sahi -(inspirational Poem by Narendra Verma)

तुम चलो तो सही

राह में मुश्किल होगी हजार,
तुम दो कदम बढाओ तो सही,
हो जाएगा हर सपना साकार,
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।

मुश्किल है पर इतना भी नहीं,
कि तू कर ना सके,
दूर है मंजिल लेकिन इतनी भी नहीं,
कि तु पा ना सके,
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
एक दिन तुम्हारा भी नाम होगा,
तुम्हारा भी सत्कार होगा,
तुम कुछ लिखो तो सही,
तुम कुछ आगे पढ़ो तो सही,
तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।

आओ फिर से दिया जलाएं -(अटल बिहारी बाजपेयी)/aao phir se diya jalaen (inspirational Poem by Atal Bihari Vajpayee)

आओ फिर से दिया जलाएं


आओ फिर से दिया जलाएं
भरी दुपहरी में अंधियारा
सूरज परछाई से हारा
अंतरतम का नेह निचोड़ें-
बुझी हुई बाती सुलगाएं.
आओ फिर से दिया जलाएं

हम पड़ाव को समझे मंजिल
लक्ष्य हुआ आँखों से ओझल
वर्त्तमान के मोहजाल में-
आने वाला कल न भुलाएं.
आओ फिर से दिया जलाएं.

वक्त बदलना सीखो

वक्त बदलना सीखो

मजबूरियों को मत कोसो
हर हाल में चलना सीखो

Sunday, December 18, 2022

Jinhen Zanjeer nahi milti

Jinhen Zanjeer nahi milti


 जिन्दगी इ्क हंसी ख्वाब है,

हर ख्वाब को तामीर नहीं मिलती 

टूट कर बिखर जाते हैं, 

वो रिश्ते जिन्हें जंजीर नही मिलती

Thursday, December 15, 2022

मुहब्बत छोड़ दी हमने

मुहब्बत छोड़ दी हमने 


 देख के हाल शरीफों का, 

कि शराफत छोड़ दी हमने ।

देखा जो हाल आशिकों का,

कि मुहब्बत छोड़ दी हमने ।

जख्मों से चाक हुआ

जख्मों से चाक हुआ


राहे वफा में सनम, 

 दामन काटों से चाक हुआ। 

मुहब्‍बत के खेल में, 

दिल जख्मों से चाक हुआ।

Wednesday, December 14, 2022

अब शर्म से

अब शर्म से

जाने क्यूँ,अब शर्म से,
चेहरे गुलाब नहीं होते।

जाने क्यूँ
अब मस्त मौला मिजाज नहीं होते।

पहले बता दिया करते थे
दिल की बातें

जाने क्यूँ,अब चेहरे,
खुली किताब नहीं होते।

सुना है,बिन कहे,
दिल की बात, समझ लेते थे

गले लगते ही,
दोस्त,
हालात समझ लेते थे।

तब ना फेस बुक था,
ना स्मार्ट फ़ोन
ना ट्विटर अकाउंट,

एक चिट्टी से ही,
दिलों के जज्बात, समझ लेते थे।

Tuesday, December 13, 2022

अपनो की ही साजिशों के

अपनो की ही साजिशों के


महत्व नही होता ...

महत्व नही होता ...

इल्जाम मुझपर लगा दिया

इल्जाम मुझपर लगा दिया

मोहब्बत तो दिल से की थी,
दिमाग उसने लगा लिया,
दिल तोड दिया मेरा उसने
और इल्जाम मुझपर लगा दिया

meri tasvir ke tukade

meri tasvir ke tukade

वो रोए तो बहुत पर मुहँ मोड़कर रोए,
कोई तो मजबूरी होगी जो दिल तोड़कर रोए,
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े,
पता चला मेरे पीछे वो उन्हें जोड़कर रोए।

काबिल लोग न तो

काबिल लोग न तो

हम थक गए दर्द छुपाते - छुपाते

हम थक गए दर्द छुपाते - छुपाते

कितनी दूर निकल गए हम
रिश्तों को निभातें - निभाते
खुद को खो दिया अपनों को पाते - पाते
लोग कहते हैं कि हम मुस्कुराते बहुत हैं
और हम थक गए दर्द छुपाते - छुपाते ।

जिंदगी जीने का सही मतलब

जिंदगी जीने का सही मतलब

न आँखों से छलकते हैं

न आँखों से छलकते हैं 

सितम ढाऐगी वो

 सितम ढाऐगी वो

Sau Hisse Mere Ho,
Tab Bhi Har Hisse Mein Mujhe Paayegee Vo,
Vafa Kee Deevaar Hoon Main,
Bevapha Kab Tak Sitam dhayegi Vo

Bewafao Ki Rani Thi

Bewafao Ki Rani Thi

Saare Chaahate Tere Liye,
Saare Gam Mere Liye,
Mere Hisse Ki Tu Adhoori Kahani Thi,
Main Pyaar Ka Raja Tu Bewafao Ki Rani Thi,

ना मेरी कलम होती

ना मेरी कलम होती


तू बेवफा ना होती तो मैं शायर ना होता,
मेरे अहसासों को शब्दों में ना पिरोता,
जो तू होती तो,
ना मेरी कलम होती ना मैं होता,

Wednesday, December 7, 2022

मेरे पास आ जाओगे

मेरे पास आ जाओगे

साथ छोड़ देंगे तो कहां जाओगे,
मेरे साथ तो ना पाओगे तो किसे अपनाओगे,
दूसरा तुम्हारा दिल न रख पाया तो,
क्या फिर मेरे पास आ जाओगे