धरा हिला, गगन गुंजा
नदी बहा, पवन चला
विजय तेरी , विजय तेरी
ज्योती सी जल , जला
भुजा भुजा, फड़क - फड़क
रक्त में धड़क - धड़क
धनुष उठा , प्रहार कर
तु सबसे पहला वार कर
अग्नि सी धधक - धधक
हिरन सी सजग - सजग
सिंह सी दहाड़ कर
शंख सी पुकार कर
रुके न तू , थके न तू
झुके न तू , थमें न तू
सदा चले , थके न तू
रुके न तू , झुके न तू
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