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Monday, May 3, 2021

पिछले लॉकडाउन सी खुशी नहीं है...

पिछले लॉकडाउन सी खुशी नहीं है...


न जाने क्यों इस लॉकडाउन में पिछले लॉकडाउन सी खुशी नहीं है...


😞😞😞😞😞😞.
मावा,मैदा बेसन, भरपूर है, घर में पिछले पकवान बनाने का मन ही नहीं है...

न जाने क्यों इस लॉकडाउन मे पिछले लॉकडाउन सी खुशी नही है...
😣😞😞😞😞😞.
व्हाट्सएप पर ग्रूप बने है पर तंबोला की अब वो चहक नहीं है...

न जाने क्यों इस लॉकडाउन मे पिछ्ले लॉकडाउन सी खुशी नही है...
😞😞😞😞😞😞.
थाली बजी, दीपक जले, पर शायद अब विश्वास नहीं है...

न जाने क्यों इस लॉकडाउन में पिछले लॉकडाउन सी खुशी नहीं है...
😞😞😞😞😞😞.
क्वारंटाइन आइसोलेशन बन गया। स्टीम,काढे, योगा का भी असर नहीं है।...

न जाने क्यों इस लॉकडाउन मे पिछले लॉकडाउन सी खुशी नही है...
😞😞😞😞😞😞.
आई पी एल भी चल रहा है, प्रधान सेवक की रैलियां भी चल रही है, पर मन फिर भी उदास है।...


न जाने क्यों इस लॉकडाउन में पिछले लॉकडाउन सी खुशी नही है...
😞😞😞😞😞😞.
पिछला लॉक डाउन आँकड़े देखते गुजरा, अब आँकड़े , आँकड़े नहीं, आंसुओ का सैलाब हैं...

न जाने क्यों इस लॉकडाउन मे पिछले लॉकडाउन सी खुशी नही है...
😞😞😞😞😞😞.
आँकड़े कब पड़ोसी, परिवार बन गए आँकड़ों पर अब नजर नहीं है...

न जाने क्यों इस लॉकडाउन में पिछले लॉकडाउन सी खुशी नहीं है...
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पिछले में वैक्सीन नहीं थी, अब वैक्सीन पर यकीन नहीं है...

न जाने क्यों इस लॉकडाउन मे पिछले लॉकडाउन सी खुशी नही है...
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न जाने क्यूं इस पॉजिटिव शब्द में 0.1% भी पॉजिटिविटी नहीं है...

*न जाने क्यों इस लॉकडाउन मे पिछले लॉकडाउन सी खुशी नही है...
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