Wednesday, February 29, 2012

Holi Shayari

Holi शायरी

परियों के रंग दमकते हों
खूँ शीशे जाम छलकते हों
महबूब नशे में छकते हों
तब देख बहारें होली की
जब फागुन रंग झमकते हों
तब देख बहारें होली की .......होली की राम राम जी...

होली वही जो स्वाधीनता की आन बन जाये
होली वही जो गणतंत्रता की शान बन जाये
भरो पिचकारियों में पानी ऐसे तीन रंगों का
जो कपड़ो पर गिरे तो हिंदुस्तान बन जाये
होली की हार्दिक शुभकामनाये


SOCHA KISI APNE SE BAAT KARE,
APNE KISI KHASS KO YAAD KARE,
KIYA JI
FAISHALA"HOLI"KI SUBHKAMANYE DENE KA,
DIL NE KAHA KIYONA AAPSE HI SURUWAT KARE....
"HAPPY HOLI"

रंगों का त्योहार मुबारक हो।
खुशियों की फुहार मुबारक हो।
सात रंग से सजे आपका तन-मन जीवन।
एक नहीं, दो नहीं सौ-सौ बार मुबारक
और होली की हार्दिक शुभकामनाएं
इस आनंदोत्सव में आपका हार्दिक बधाई हो

Chand adhura hai sitaro ke bina,
Gulshan adhura hai bahaaro ke bina,
Samundar adhura hai kinaro ke bina,
Jeena adhura hai tum jaise yaaro ke bina 

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