Tuesday, February 28, 2012

Hindi Love shayari

Hindi Love shayari



कोई प्यार ऐसा बनाया जाये, जिसके आँसुओ को पलको में छुपाया जाये,
रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसा, कि अगर वो रहे उदास तो मुझ से भी मुस्कुराया न जाये॥

जब कभी खुदा आपको रुलाये, आपकी पलको पर एक आंसू ठहर जाये,
संभाल कर रखना उसको आखों कि सीप मे,क्या पता कल वो खुशियों का मोती बन जाये…

मेरे प्यार को दुनिया मे कोई समझ न पाया, रोता था जब तन्हा कोई मेरे साथ न आया,
मिटा दिया खुद को उसके प्यार मे, और लोग कहते हैं कि मुझे प्यार करना न आया…

हमे आदत थी पीने की उसने अपनी कसम देकर छुडा दी,
हम यारों की महफिल मे बैठे थे यारो ने उसी की कसम देकर पिला दी…

कफ़न मे लिपटी हुयी मेरी लाश थी ,ऐ दुनिया वालो मुझे वहीं दफनाना,
जहाँ मेरी और उसकी पहली मुलाक़ात थी.

मरने के बाद भी इंतजार होता है ,बंद आंखों से भी ‘दीदार’ होता है,
ज़रूरी नही कि प्यार में वफ़ा हो, बेवफा से भी प्यार होता है…

धोखा मिला जब प्यार में, ज़िंदगी में उदासी छा गयी,
सोचा था छोड़ देंगे इस राह को पर आज मोहल्ले में दूसरी आ गयी..

दर्द को भी दर्द होने लगा है दर्द खुद के गम धोने लगा है
दर्द से कह दो अब हम उस से नही डरते , दर्द हमे छोडकर खुद रोने लगा है

पल भर मे टूट जाये वो कसम नही , दोस्तो को भूल जाये वो हम नही,
वो हमे भूल जाये इस बात मे दम नही, क्योंकि वो हमे भूल जाये इतने बुरे हम नही..

ये गजलों कि दुनिया भी अजीब है, यहाँ आँसुओ का भी जाम बनाया जाता है,
कह भी देते है अगर दर्द-ए-दास्ताँ, फिर भी वाह-वाह ही पुकारा जाता है.

जान कर भी वो मुझे जान ना पाए , आज तक वो मुझे पहचान ना पाए,
खुद ही कर ली बेवफाई हमने ,ताकि उनपर कोई इल्जाम न आये…

इस जहाँ मे मोहबत काश ना होती ,तो सफर-ए-ज़िंदगी मे मिठास ना होती,
अगर मिलती बेवाफाओ को सजा में मौत ,तो दिवानों कि कब्रें कभी उदास ना होती…

ना जाने ये नज़ारे क्यो उदास रहते है ,ना जाने इन्हें किसकी तलाश रहती है,
ये जान कर की वो किस्मत मे नही है ,फिर भी उन्हें पाने की आस रहती है…

नूर को नूर बना देता है इश्क ,ज़ख्म को नासूर बना देता है इश्क,
कौन कहता है मैं गुनाहों से प्यार करता हूँ ,गुनाह करने को मजबूर बना देता है इश्क…

नज़र ने नज़र से मुलाक़ात कर ली ,रहे दोनो खामोश पर बात कर ली,
मोहब्बत कि फिज़ा को जब खुश्क पाया, इन आँखों ने रो-रो कर बरसात कर ली…

ना जाने तुम पर इतना यकीन क्यों है ,तेरा ख्याल इतना हसीन क्यों है,
सुना है प्यार का दर्द मीठा होता है ,तो आंखो से निकला ये आंसू नमकीन क्यों है…

आँखों मे आँसुओ को उभरने ना दिया ,मिटटी के मोतियों को बिखरने ना दिया,
जिस राह पे पड़े थे तेरे कदमों के निशान ,उस राह से आज तक किसी को गुजरने ना दिया…

कल तन्हा रात में हमे आपकी याद आई ,आपकी याद मिटने के लिए हमने एक सिगरेट जलाई,
क़यामत तो आ गई उस वक़्त ,जब कम्बक्त धुए ने भी आपकी ही तस्वीर बनाईं…

आप से दूर जाने का इरादा न था , सदा साथ रहने का वादा भी ना था,
आप याद ना करोगे ये जानते थे हम , पर इतनी जल्दी भूल जायोगे अंदाजा ना था…

मजबूरियाँ हमारी वो जान ना सके , फरमानो को हमारे वो मान ना सके,
कहते है वो हमें मर कर भी चाहेंगे , जीते जी हमे जो पहचान ना सके…

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